ठेस

बेटे भी आजकल विदा ही हो जाते हैं।
दे कर माँ बाप को एक कागज़ का टुकड़ा, जिस पर लिखा होता है एक फोन नंबर।
जल्दी जल्दी घर आने की एक दिलासा।
और सेट होते ही अपने पास बुला लेने की एक आशा।

वो कमरा अब अक्सर खाली ही रहता है, बस दीवारों पर चिपके तेंदुलकर और ब्रूस ली आपस में बतिया लेते हैं कभी।

हिन्दी और इंग्लिश गानों की कैसेट्स जिनसे  चिढ़ कर माँ फेंक देने की धमकी देती थीं आज भी बाकायदा रोज़ साफ़ होती हैं कपड़े से।

स्टोर रूम में सालों से रखे हैं अब भी
एक बैट और दो रैकेट।
छत के टीन शेड में वो ज़ंग लगी साइकिल भी जिसकी चेन ना जाने कितनी बार पिताजी ने चढाई थी।

आँगन में वो पुरानी बाइक आज भी एक पुरानी चादर से ढकी है जिसे ज़िद ज़िरह करके कितनी दफा मैकेनिक के पास भेजा गया था मॉडिफाइड करने।

डम्बल और लकड़ी की बेंच आज भी माँ ने कबाड़ी को नहीं बेचे।
और
छत के कड़े से चेन बाँध कर कसरत करने का जुगाड़ जो अब घड़ी के पेंडुलम सा हिलता रहता है,
शायद समय को आगे नहीं पीछे और पीछे अतीत में ले जाता है रोज़, हर रोज़।
................बेटे भी तो विदा हो ही जाते हैं आजकल.......
(साभार)

टिप्पणियाँ

POPULAR POST

माँ का दर्द... "मनुष्य का शरीर सिर्फ 45 del (यूनिट) तक का ही दर्द सहन कर सकता है । पर बच्चे को जन्म देते समय एक माँ को 57 del (यूनिट) तक का दर्द होता है ।" यह 20 हड्डियों के एक साथ टूटने के बराबर है । जिसने आपके लिये इतना दर्द सहा हो, उसके दिल को कभी दर्द मत देना मित्रो.! .Agree frnds.???

बीवी और साली

पापा मुझे चोट लग गई..

रात का वक़्त था. बाहर बड़ी ठंड थी. पति पत्नी कार में जा रहे थे. सड़क किनारे पेड़ के नीचे पतली पुरानी फटी चिथड़ में लिपटे एक बूढ़े भिखारी को देख पत्नी का दिल द्रवित हो गया. उसने पति से कहा कि वह बूढ़ा ठंड से काँप रहा है,कार रोको. पति ने कार रोक दी. पत्नी बोली कार में जो कंबल पड़ा है उसे दें देते हैं. पति बोला-"क्या कहती हो. इतना मंहगा कंबल,वह उसे बेच देगा. ये ऐसे ही होते हैं". पत्नी न मानी. अनमने मन से पति नें कंबल उठाया और ले जाकर बूढ़े को ओढ़ा दिया-"ले बाबा ऐश कर" . अगले दिन दिन में भी बड़े ग़ज़ब की ठंड थी. पति पत्नी उसी रास्ते से निकले. सोचा देखें रात वाले बूढ़े का क्या हाल है. देखा तो बूढ़े भिखारी के पास वह कंबल नहीं था. अपनी वही पुरानी चादर ओढ़े भीख मांग रहा था. पति ने पत्नी से कहा -"मैंने कहा था कि उसे मत दो बेच दिया होगा". दोनों कार से उतर कर उसके पास गये. पति ने व्यंग्य से पूछा- "बाबा रात वाला कंबल कहाँ हैं बेच कर नशे का सामान ले आये क्या ? बूढ़े ने हाथ से इशारा किया थोड़ी दूरी पर एक बूढ़ी औरत भीख मांग रही थी. उनका दिया वही कंबल उसने ओढ़ा हुआ था. बूढ़ा बोला-"वह औरत पैरों से विकलांग है, मेरे पास तो कम से कम ये पुरानी चादर तो है, उसके पास कुछ नहीं था तो मैंने कंबल उसे दें दिया " पति पत्नी हतप्रभ रह गये, फिर धीरे से पति नें पत्नी से कहा-"घर से एक कंबल लाकर बूढ़े को दे देते हैं"

न्यूटन जोक