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अब कसूर भी बता दो मेरा..

दोस्तों एक बार पूरा पड़ना और अच्छा लगे तो लाइक जरुर करना .......,....,.......,.....,........,....,..........,....,.....,... तेजाब के हमले में घायल एक लड़की के दिल से निकलीं कुछ पंक्तियाँ --------------------------------------------- --------------- चलो, फेंक दिया सो फेंक दिया.... अब कसूर भी बता दो मेरा तुम्हारा इजहार था मेरा इन्कार था बस इतनी सी बात पर फूंक दिया तुमने चेहरा मेरा.... गलती शायद मेरी थी प्यार तुम्हारा देख न सकी इतना पाक प्यार था कि उसको मैं समझ ना सकी.... अब अपनी गलती मानती हूँ क्या अब तुम ... अपनाओगे मुझको? क्या अब अपना ... बनाओगे मुझको? क्या अब ... सहलाओगे मेरे चहरे को? जिन पर अब फफोले हैं मेरी आंखों में आंखें डालकर देखोगे? जो अब अन्दर धस चुकी हैं जिनकी पलकें सारी जल चुकी हैं चलाओगे अपनी उंगलियाँ मेरे गालों पर? जिन पर पड़े छालों से अब पानी निकलता है हाँ, शायद तुम कर लोगे.... तुम्हारा प्यार तो सच्चा है ना? अच्छा! एक बात तो बताओ ये ख्याल 'तेजाब' का कहाँ से आया? क्या किसी ने तुम्हें बताया? या जेहन में तुम्हारे खुद ही आया? अब कैसा मह...

Shakahar

गर्व था भारत-भूमि को कि महावीर की माता हूँ।। राम-कृष्ण और नानक जैसे वीरो की यशगाथा हूँ॥ कंद-मूल खाने वालों से मांसाहारी डरते थे।। पोरस जैसे शूर-वीर को नमन 'सिकंदर' करते थे॥ चौदह वर्षों तक वन में जिसका धाम था।। मन-मन्दिर में बसने वाला शाकाहारी राम था।। चाहते तो खा सकते थे वो मांस पशु के ढेरो में।। लेकिन उनको प्यार मिला ' शबरी' के झूठे बेरो में॥ चक्र सुदर्शन धारी थे गोवर्धन पर भारी थे॥ मुरली से वश करने वाले 'गिरधर' शाकाहारी थे॥ पर-सेवा, पर-प्रेम का परचम चोटी पर फहराया था।। निर्धन की कुटिया में जाकर जिसने मान बढाया था॥ सपने जिसने देखे थे मानवता के विस्तार के।। नानक जैसे महा-संत थे वाचक शाकाहार के॥ उठो जरा तुम पढ़ कर देखो गौरवमयी इतिहास को।। आदम से गाँधी तक फैले इस नीले आकाश को॥ दया की आँखे खोल देख लो पशु के करुण क्रंदन को।। इंसानों का जिस्म बना है शाकाहारी भोजन को॥ अंग लाश के खा जाए क्या फ़िर भी वो इंसान है? पेट तुम्हारा मुर्दाघर है या कोई कब्रिस्तान है? आँखे कितना रोती हैं जब उंगली अपनी जलती है।। सोचो उस तड़पन की हद जब जिस...

Bahut jaroori he

ये जानना बहुत जरुरी है.! हम पानी क्यों ना पीये खाना खाने के बाद.! क्या कारण है.? हमने दाल खाई, हमने सब्जी खाई, हमने रोटी खाई, हमने दही खाया, लस्सी पी, दूध, दही, छाझ, लस्सी, फल आदि.! ये सब कुछ भोजन के रूप मे हमने ग्रहण किया ये सब कुछ हमको उर्जा देता है और पेट उस उर्जा को आगे ट्रांसफर करता है.! पेट मे एक छोटा सा स्थान होता है जिसको हम हिंदी मे कहते है "अमाशय" उसी स्थान का संस्कृत नाम है "जठर" उसी स्थान को अंग्रेजी मे कहते है "epigastrium" ये एक थेली की तरह होता है और यह जठर हमारे शरीर मे सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि सारा खाना सबसे पहले इसी मे आता है। ये बहुत छोटा सा स्थान हैं इसमें अधिक से अधिक 350gms खाना आ सकता है.! हम कुछ भी खाते सब ये अमाशय मे आ जाता है.! आमाशय मे अग्नि प्रदीप्त होती है उसी को कहते हे "जठराग्न".! ये जठराग्नि है वो अमाशय मे प्रदीप्त होने वाली आग है । ऐसे ही पेट मे होता है जेसे ही आपने खाना खाया की जठराग्नि प्रदीप्त हो गयी..t यह ऑटोमेटिक है, जेसे ही अपने रोटी का पहला टुकड़ा मुँह मे डाला की इधर जठरा...

Maa

एक औरत थी, जो अंधी थी, जिसके कारण उसके बेटे को स्कूल में बच्चे चिढाते थे, कि अंधी का बेटा आ गया, हर बात पर उसे ये शब्द सुनने को मिलता था कि "अन्धी का बेटा" . इसलिए वो अपनी माँ से चिडता था . उसे कही भी अपने साथ लेकर जाने में हिचकता था उसे नापसंद करता था.. उसकी माँ ने उसे पढ़ाया.. और उसे इस लायक बना दिया की वो अपने पैरो पर खड़ा हो सके.. लेकिन जब वो बड़ा आदमी बन गया तो अपनी माँ को छोड़ अलग रहने लगा.. एक दिन एक बूढी औरत उसके घर आई और गार्ड से बोली.. मुझे तुम्हारे साहब से मिलना है जब गार्ड ने अपने मालिक से बोल तो मालिक ने कहा कि बोल दो मै अभी घर पर नही हूँ. गार्ड ने जब बुढिया से बोला कि वो अभी नही है.. तो वो वहा से चली गयी..!! थोड़ी देर बाद जब लड़का अपनी कार से ऑफिस के लिए जा रहा होता है.. तो देखता है कि सामने बहुत भीड़ लगी है.. और जानने के लिए कि वहा क्यों भीड़ लगी है वह वहा गया तो देखा उसकी माँ वहा मरी पड़ी थी.. उसने देखा की उसकी मुट्ठी में कुछ है उसने जब मुट्ठी खोली तो देखा की एक लेटर जिसमे यह लिखा था कि बेटा जब तू छोटा था तो खेलते वक़्त ...

चूड़ियॉ..

स्त्रियां चूड़ियां क्यों पहनती हैं, अधिकतर लोग नहीं जानते इसके खास कारण अधिकतर महिलाएं चूड़ियां या कंगन अवश्य पहनती हैं। आमतौर इस संबंध में यही मान्यता है कि चूड़ियां सुहाग की निशानी होती हैं और इसी कारण से पहनी जाती हैं। चूड़ियों को पहनने के पीछे सुहाग की निशानी के अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण कारण भी हैं। आजकल अधिकांश महिलाएं चूड़ियां नहीं पहनती हैं। इस कारण कई महिलाओं को कमजोरी और शारीरिक शक्ति का अभाव महसूस होता है। जल्दी थकान हो जाती है और कम उम्र में ही गंभीर बीमारियां घेर लेती हैं। जबकि, पुराने समय में महिलाओं के साथ ऐसी समस्याएं नहीं होती थीं। उनका खानपान और नियम-संयम भी उनके स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखता था। चूड़ियों के कारण स्त्रियों को ऐसी कई समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है। शारीरिक रूप से महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक नाजुक होती हैं।चूड़ियां पहनने से स्त्रियों को शारीरिक रूप से शक्ति प्राप्त होती है। पुराने समय में स्त्रियां सोने या चांदी की चूड़ियां ही पहनती थी। सोना और चांदी लगातार शरीर के संपर्क में रहता है, जिससे इन धातुओं के गुण शरीर को मिलते रहते हैं। महिलाओं को शक्ति प...
भगवान से हर वक्त शिकायत रखने वालों---- भगवान ने तुम्हारी पेट भरने की जिम्मेदारी ली है, तुम्हारी पेटी भरने की नहीं------ !!
whats अप्प का सकारात्मक कार्य के लिए ही उपयोग कर अंगूठे पर रहम करे। whats अप्प सोशल नेट वर्किंग का उपयोग वर्तमान में बहुत बढ़ गया है। जिसके दो पहलू है अपनों को दूर कर दिया परायो को नजद...
निम्न चीजो का साथ छोड दें जीवन खुद बखुद सफल, सुखद, सरल, सुगम, संयम, स्वस्थ, एवम मार्यादित बना रहेगा ... छोड दें - दूसरों को निचा दिखाना ... छोड दें - दुसरो की सफलता से जलना ... छोड दें - दूसरो...

रोचक जानकारी

रोचक जानकारी 1.छिपकली का दिल 1 मिनट में 1000 बार धड़कता है। 2.अगर एक बिच्छू पर थोड़ी सी मात्रा में भी शराब डाल दी जाए तो यह पागल हो जाएगा और खुद को डंक मार लेगा। 3.एक इन्सान औसतन दिन में 10 ...

क्या नही हो सकता..

इस देश में ......क्या नहीं होसकता......... √ नंगा आमिर चरित्र का ज्ञान दे सकता हे ....... √ वैश्या सन्नी लियोनि ...सती सावित्री बनकर इंटरव्यू देती हे... √ राहुल जिसने कोई पद न लिया हो ....pm का दावेदार ह...
लक्ष्य पर ध्यान लगाओ --- स्वामी विवेकानंद अमेरिका में भ्रमण कर रहे थे । एक जगह से गुजरते हुए उन्होंने पुल पर खड़े कुछ लड़कों को नदी में तैर रहे अंडे के छिलकों पर बन्दूक से निशा...

Hart

VERY IMP MSG. ये याद रखिये की भारत मैं सबसे ज्यादा मौते cholestrol बढ़ने के कारण heart attack से होती हें। आप खुद अपने ही घर मैं ऐसे बहुत से लोगो को जानते होंगे जिनका वजन व cholestrol बढ़ा हुआ हे। अमेरिका की कई बड़ी बड़ी क...

Ishvaar

ईश्वर की तरफ से शिकायत: मेरे प्रिय... सुबह तुम जैसे ही सो कर उठे, मैं तुम्हारे बिस्तर के पास ही खड़ा था। मुझे लगा कि तुम मुझसे कुछ बात करोगे। तुम कल या पिछले हफ्ते हुई किसी बात या घटना के लिये मुझे धन्यवाद कहोगे। लेकिन तुम फटाफट चाय पी कर तैयार होने चले गए और मेरी तरफ देखा भी नहीं!!! फिर मैंने सोचा कि तुम नहा के मुझे याद करोगे। पर तुम इस उधेड़बुन में लग गये कि तुम्हे आज कौन से कपड़े पहनने है!!! फिर जब तुम जल्दी से नाश्ता कर रहे थे और अपने ऑफिस के कागज़ इक्कठे करने के लिये घर में इधर से उधर दौड़ रहे थे...तो भी मुझे लगा कि शायद अब तुम्हे मेरा ध्यान आयेगा,लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिर जब तुमने आफिस जाने के लिए ट्रेन पकड़ी तो मैं समझा कि इस खाली समय का उपयोग तुम मुझसे बातचीत करने में करोगे पर तुमने थोड़ी देर पेपर पढ़ा और फिर खेलने लग गए अपने मोबाइल में और मैं खड़ा का खड़ा ही रह गया। मैं तुम्हें बताना चाहता था कि दिन का कुछ हिस्सा मेरे साथ बिता कर तो देखो,तुम्हारे काम और भी अच्छी तरह से होने लगेंगे, लेकिन तुमनें मुझसे बात ही नहीं की... एक मौका ऐसा भी आया जब तुम बिलकुल खाली थे और कुर्सी पर ...

Rahu ketu

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Muskrana tera

Tum jo mand mand muskaati ho . duniya me sabse hasin ho jati ho . Ye jo saagar ki lahre hai tere liye hi aati hai dekh tere nakhro ko waapas laut jati hai dekh tere yaauwan ko saari kaliyaa khil jaati hai har ek husn ki aadaa pe tere haawaa me khusbu jaise ghul jaati ho jo tu mand mand muskaati ho is duniya me sabse hasin ho jati ho

Pati

Wife: Suppose karo agar me aapki har baat samjhu aur har baat maanu to..?? . . . Husband hasta hai .... Bahut hasta hai .... . . haste haste zameen par gir jata h, . . aur khushi se chilla k kahta h.. . . . . Saala mujse to suppose bhi nhi ho raha hai..

Papa's love

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Ek chhoti bacchi apne Papa ke saath ja rahi thi. 1 Pul par Paani bahut tezi se bah raha tha. Papa : Beta daro mat, Mera haath pakad lo. Bacchi : Nahi Papa Aap Mera haath pakad lo. Papa (Muskura kar bole) : Dono me kya Antar hai? Bacchi : Agar main Aapka haath pakdu aur achanak kuch ho jaaye to shayad, Me Aapka haath chhod du. LEKIN agar Aap Mera haath pakdenge to, Main janti hu ke chahe kuch bhi ho jaaye. “AAP MERA HAATH KABHI NAHI CHHODENGE” GREAT LOVE. “Aaj bhi Bacche haath chhod dete hai, Maa-Baap nahi” Luv Ur Parents.. Dedicated to our “PARENT’S”.

जीवन का सत्य

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hello friends,aaj ek saal pura hua he mere blog ko,please wish for me.thanks

रंगों की मस्ती, फूलों की बहार; बसंत की पतंग उड़ने को बेक़रार; थोड़ी सी गर्मी, हलकी सी फुहार; बहार का मौसम आने को तैयार; मुबारक हो आपको बसंत पंचमी का त्यौहार! बसंत पंचमी की शुभकामनाएं!

Lokendra Kumbhkar मोदी’ न लिखूं तो क्या लिखूं.....? अब आप ही बता दो मैं इस जलती कलम से क्या लिखूं ?? कोयले की खान लिखूं या मनमोहन बेईमान लिखूं ? पप्पू पर जोक लिखूं या मुल्ला मुलायम लिखूं ? सी.बी.आई. बदनाम लिखूं या जस्टिस गांगुली महान लिखूं ? शीला की विदाई लिखूं या लालू की रिहाई लिखूं ‘आप’ की रामलीला लिखूं या कांग्रेस का प्यार लिखूं भ्रष्टतम् सरकार लिखूँ या प्रशासन बेकार लिखू ? महँगाई की मार लिखूं या गरीबो का बुरा हाल लिखू ? भूखा इन्सान लिखूं या बिकता ईमान लिखूं ? आत्महत्या करता किसान लिखूँ या शीश कटे जवान लिखूं ? विधवा का विलाप लिखूँ , या अबला का चीत्कार लिखू ? दिग्गी का 'टंच माल' लिखूं या करप्शन विकराल लिखूँ ? अजन्मी बिटिया मारी जाती लिखू, या सयानी बिटिया ताड़ी जाती लिखू? दहेज हत्या, शोषण, बलात्कार लिखू या टूटे हुए मंदिरों का हाल लिखूँ ? गद्दारों के हाथों में तलवार लिखूं या हो रहा भारत निर्माण लिखूँ ? जाति और सूबों में बंटा देश लिखूं या बीस दलो की लंगड़ी सरकार लिखूँ ? नेताओं का महंगा आहार लिखूं या 5 रुपये का थाल लिखूं ? लोकतंत्र का बंटाधार लिखूं या पी.एम्. की कुर्सी पे मोदी का नाम लिखूं ? अब आप ही बता दो मैं इस जलती कलम से क्या लिखूं""??

रात का वक़्त था. बाहर बड़ी ठंड थी. पति पत्नी कार में जा रहे थे. सड़क किनारे पेड़ के नीचे पतली पुरानी फटी चिथड़ में लिपटे एक बूढ़े भिखारी को देख पत्नी का दिल द्रवित हो गया. उसने पति से कहा कि वह बूढ़ा ठंड से काँप रहा है,कार रोको. पति ने कार रोक दी. पत्नी बोली कार में जो कंबल पड़ा है उसे दें देते हैं. पति बोला-"क्या कहती हो. इतना मंहगा कंबल,वह उसे बेच देगा. ये ऐसे ही होते हैं". पत्नी न मानी. अनमने मन से पति नें कंबल उठाया और ले जाकर बूढ़े को ओढ़ा दिया-"ले बाबा ऐश कर" . अगले दिन दिन में भी बड़े ग़ज़ब की ठंड थी. पति पत्नी उसी रास्ते से निकले. सोचा देखें रात वाले बूढ़े का क्या हाल है. देखा तो बूढ़े भिखारी के पास वह कंबल नहीं था. अपनी वही पुरानी चादर ओढ़े भीख मांग रहा था. पति ने पत्नी से कहा -"मैंने कहा था कि उसे मत दो बेच दिया होगा". दोनों कार से उतर कर उसके पास गये. पति ने व्यंग्य से पूछा- "बाबा रात वाला कंबल कहाँ हैं बेच कर नशे का सामान ले आये क्या ? बूढ़े ने हाथ से इशारा किया थोड़ी दूरी पर एक बूढ़ी औरत भीख मांग रही थी. उनका दिया वही कंबल उसने ओढ़ा हुआ था. बूढ़ा बोला-"वह औरत पैरों से विकलांग है, मेरे पास तो कम से कम ये पुरानी चादर तो है, उसके पास कुछ नहीं था तो मैंने कंबल उसे दें दिया " पति पत्नी हतप्रभ रह गये, फिर धीरे से पति नें पत्नी से कहा-"घर से एक कंबल लाकर बूढ़े को दे देते हैं"

Beti

एक औरत गर्भ से थी पति को जब पता लगा की कोख में बेटी हैं तो वो उसका गर्भपात करवाना चाहते हैं दुःखी होकर पत्नी अपने पति से क्या कहती हैं :- सुनो, ना मारो इस नन्ही कलि को, वो खूब सारा प्यार हम पर लुटायेगी, जितने भी टूटे हैं सपने, फिर से वो सब सजाएगी.. सुनो, ना मारो इस नन्ही कलि को, जब जब घर आओगे तुम्हे खूब हंसाएगी, तुम प्यार ना करना बेशक उसको, वो अपना प्यार लुटाएगी.. सुंनो, ना मारो इस नन्ही कलि को, हर काम की चिंता एक पल में भगाएगी, किस्मत को दोष ना दो, वो अपना घर आंगन महकाएगी.. ये सब सुन पति अपनी पत्नी को कहता हैं :- सुनो में भी नही चाहता मारना इस नन्ही कलि को, तुम क्या जानो, प्यार नहीं हैं क्या मुझको अपनी परी से, पर डरता हूँ समाज में हो रही रोज रोज की दरिंदगी से.. क्या फिर खुद वो इन सबसे अपनी लाज बचा पाएगी, क्यूँ ना मारू में इस कलि को, वो बहार नोची जाएगी.. में प्यार इसे खूब दूंगा, पर बहार किस किस से बचाऊंगा, जब उठेगी हर तरफ से नजरें, तो रोक खुद को ना पाउँगा.. क्या तू अपनी नन्ही परी को, इस दौर में लाना चाहोगी, जब तड़फेगी वो नजरो के आगे, क्या वो सब सह पाओगी, क्यों ना ...